युग्म

English

(यह एक मुंह देखने वाला दर्पण है , और इस पर की गई कला को नक्काशी कहते है )

कलाकार द्वारा इस पेंटिंग को दिखाने का उदेश्य यही है –की हम प्रकृति के साथ खिलवाड़ न करे , वो निर्जीव नही है बल्कि जीवन है किसी भी प्रकार से हम प्रकृति पर नही ,,हम अपने आप पर प्रहार कर रहे है ,,ये कलाकार कल्पना कर रहा है | प्राकृतिक दृश्य भूमि के किसी एक हिस्से की सुस्पष्ट विशेषताएं हैं, जिनमें इसके प्राकृतिक स्वरूपों के भौतिक तत्त्व, जल निकाय जैसे कि नदियाँ, झीलें एवं समुद्र, प्राकृतिक रूप से उगनेवाली वनस्पतियों सहित धरती पर रहने वाले जीव-जंतु, मिट्टी से बनी उपयोगी मानव निर्मित वस्तुओं सहित भवन एवं संरचनाएं और अस्थायी तत्त्व जैसे कि विद्युत व्यवस्था एवं मौसम संबंधी परिस्थितियाँ शामिल हैं। इनके भौतिक स्रोत तथा मानवीय संस्कृति की छवि, जो बनने में सहस्राब्दियाँ लग जाती हैं, दोनों मिलकर प्राकृतिक दृश्य किसी भी स्थल के लोग तथा वह स्थल दोनों की स्थानीय तथा राष्ट्रीय पहचान को प्रतिबिंबित करते हैं। प्राकृतिक दृश्य, इनकी विशेषता और गुणवत्ता, किसी क्षेत्र की आत्म छवि और, उस स्थान की भावनात्मक अनुभूतियाँ, जो इसे दूसरे क्षेत्रों से अलग करती है, को परिभाषित करने में मदद करती है। यह लोगों के जीवन की गतिशील पृष्ठभूमि है। पृथ्वी पर प्राकृतिक दृश्यों का एक व्यापक विस्तार है जिसमें ध्रुवीय क्षेत्रों के बर्फीले प्राकृतिक दृश्य, पहाड़ी प्राकृतिक दृश्य, विस्तृत मरुस्थलीय प्राकृतिक दृश्य, द्वीपों और समुद्रतटों के प्राकृतिक दृश्य, घने जंगलों या पेड़ों के प्राकृतिक दृश्यों सहित पुराने उदीच्य वन एवं उष्णकटिबंधीय वर्षावन और शीतोष्ण एवं उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के कृषि योग्य प्राकृतिक दृश्य शामिल हैं। जैसे- समुंद्री तटओ के प्राक्रतिक दर्श्ये ,घने जंगलो के बीच कभी –कभी प्रक्रति ऐसे विसाल नमूने छोड़ जाती है | जैसे – उन पेड़ –पोधो के बीच एक प्यार का मानव शरीर का जैसे कोई एक जोड़ा हो , हमारी प्रक्रति विशाल है , हमारी प्रक्रति कही भी किसी भी रूप में किसी भी प्रकार की आक्रति को दिखा सकती है | जैसे की कलाकार ने इस पेंटिंग में दिखाया है ,की पुराने वृक्षों में एक जोड़े का स्वरुप दिखाई दे रहा है ,,उसी में उसका अंश भी है | इन्ही पेड़ो में एक आक्रेती सर्प की भी है , हमारी प्रक्रति बहुत ही विशाल है ||