प्रेम मिलन
English(यह एक मुंह देखने वाला दर्पण है , और इस पर की गई कला को नक्काशी कहते है )
इस पेंटिंग में कलाकार ने कृष्ण-राधा का प्रेम-मिलन दिखाया है वैसे तो कृष्ण और राधा के प्रेम के बहुत से उदाहरण है और उनमे से एक है यह प्रेम-मिलन | जो की एक अदभुत महल के अन्दर दिखाया गया है जिसमे श्री राधे भगवान की बाहों में प्यार की अठखेलिया खेल रही है और इन अठखेलियो में उनका जो श्रृंगार है वह और भी अदभुत है और भगवान के पीछे एक-एक दासी है जो सुंगंधित फूलो से इस वातावरण को महकाने का प्रयास कर रही है वही प्रागण में एक दुर्लभ मोमबती स्टेण्ड दिखाया है वही जो महल की भव्यता है जिसमे दो नक्काशिनुमा परिया भगवान के प्रेम-मिलन का स्वागत कर रही है | राधा कृष्ण एक हिन्दू देवता है | कृष्ण को गौङीय वैष्णव धर्मशास्त्र में अक्सर स्वय भगवान के रूप में सन्दर्भित किया गया है और राधा एक युवा नारी है जो कृष्ण की सर्वोच्च प्रिय है | कृष्ण के साथ , राधा को सर्वोच्च देवी स्वीकार किया गया है और यह कहा जाता है की वह अपने प्रेम से कृष्ण को नियंत्रित करती है | यह माना जाता है की कृष्ण संसार को मोहित करते है , लेकिन राधा उन्हें भी मोहित कर लेती है | इसलिए वे सभी सर्वोच्च देवी है- राधा | हालाँकि भगवान के ऐसे रूप की पुजा करने के काफी आरंभिक सन्दर्भ मौजूद है , पर जब सन बारहवी शताब्दी में जयदेव गोस्वामी ने प्रसिध्द गीत गोविन्द लिखा , तो दिव्य कृष्ण और उनकी भक्त राधा के बीच के आध्यात्मिक प्रेम सम्बन्ध के विषय को सम्पूर्ण भारतवर्ष में पूजा जाने लगा यह माना जाता है | की कृष्ण ने राधा को खोजने के लिए रास नृत्य के चक्र को छोड़ दिया है | चैतन्य सम्प्रदाय का मानना है की राधा के नाम और पहचान को भागवत पुराण में इस घटना का वर्णन करने वाले छंद में गुप्त भी रखा गया है और उजागर भी किया गया है | यह भी माना जाता है की राधा मात्र एक चरवाहे की कन्या नही है बल्कि सभी गोपियो या उन दिव्य व्यक्तित्वो का मूल है जो रास नृत्य में भाग लेती है ||