एंटिक टी पॉट
English(यह एक मुंह देखने वाला दर्पण है , और इस पर की गई कला को नक्काशी कहते है )
इस पेंटिंग में कलाकार ने यह दिखाया है की हमारे हिन्दुस्थान के राजस्थान में कुछ विदेशी कुंवारे लडके और लडकियों को एक एंटिक टी पार्टी दी गई - हमारे भारत देश को सोने की चिड़िया कहा जाता है ,तथा हमारी संस्कृति व सभ्यता अति प्राचीन व व्यापक है ,हमारे देश में हस्त शिल्प कला की तो बात ही निराली है , जो किसी चमत्कार से कम नही है | जैसे –हमारी शेखावाटी की हवेलिया व हमारे महल ,जिनमे कई सुरमा राजाओ ने राज किया ,जिनका राजश्री ठाट –बाट आज भी इतिहास के सुनहरे पनो में अंकित है |ऐसे ही हमारे यहाँ आम –साधारण घरो में भी ये धरोहर देखने को मिलती है , जैसे –पहनावे से लेकर खाने –पीने के आइटम तक ,सभी वस्तुए एंटिक थी ,जो कलाकार ने आपको इस पेंटिंग के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया है –इस पेंटिंग में कलाकार दिखाया है की एक साधारण –से घर में 1980 में एक एन्टीक टी पार्टी रखी गई और जिसमे हमने कुछ विदेशी जोड़ो या कपल्स को बुलाया है और उनको एक एंटिक टी पार्टी दी और इस पार्टी को देखकर हमारे विदेशी जोड़े आश्चर्ये चकित हो गये –की आज भी हमारे हिंदुस्तान में हमारे खाने –पीने व चाय के बर्तन तक एक एंटिक मुद्रा में सुसज्जित है | इस पार्टी में आकर ये विदेशी जोड़े बहुत ही आनन्दित हो कर भाव – विभोर हो उठे और हमारी संस्कृति व सभ्यता और हस्त शिल्प कला को पूरी दुनिया में सबसे अच्छा मानते हुए , हमारी शिल्प कला पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते है